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My Works are representational record of my thoughts,an expression of my observations. My goal is to express the beauty of feelings that I feel through my intuitiveness and to make a visual note of it in order to share it with all. The qualities of my works are variety of the subjects and the treatments.My method varies as per the requirement of the content. My works are a part of my philosophical and emotional exploration affected deeply by my day to day life.....
Jun 20, 2013
Jun 14, 2013
कुछ सोच
जो सोचाथा वही सब हो रहा है
फिर कदम क्यों खामोश खड़े है ।
रास्ता मंजिल की तरफ का तो सोचा ही नहीं था ।
मंजिले तो पड़ाव होती है।
ऐसे एक राह चलते एक राही ने मुझसे कहा था।
मेरे साथ चलो तुम्हे सूरज पर लेकर चलता हु ।
मेने उसे पागल समझा और चल पड़ा ,
अब समझा वो यहाँ तक आकर लौट चूका था ।
उसे मंजिल मिल गयी,
और मुझे ख़ामोशी ।
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अभिजित १ ५ जून २ ० १ ३
पुरानी किताबे खोलने का एक डर हमेशा दिल में लगा रहता है ।
कही पन्ने बिखर ना जाये ।
वैसे ही कुछ छोटी छोटी यादो की किताबों का है ।
वैसे तो वो बिखरे हुए ही है ।
डर ये है ,
भूले हुए गिले फिरसे याद न आजाये ।
------------------------------अभिजित १ ३ जून २ ० १ ३
Jun 12, 2013
वक़्त १ १ जून २ ० १ ३
कुछ और देर तक इंतजार करते है ,
वक़्त का तो हमेशा का आना जाना लगा रहेगा।
और सच बताऊ तो ,
वैसे भी उसे गुजरना ही तो आता है ।
आने की आदत तो उसने हमारे लिए कभी रखी ही नहीं ।
जब भी आया कुछ लेने ही आया ,
कुछ छोडना तो उसे आता ही कहा है ।
अजीब सी एक दुनिया छोड़ जाता है यादों की ,
बस
जिन्हें हम सँभाले रहते है ।
किसी न किसी पल के लिए ।
इसीलिए कह रहा हु थोड़ी देर और इंतजार कर लेते है
आज वक़्त को गुजरते हए देखते है ,
कभी महसूस ही होने दिया उसने ,
आखो में वक़्त थामने की ताकत होती है ।
आज जी भर के दख लू तुम्हे
आज जी भर के दख लू तुम्हे
तुम भी चाहो तो .........
Jun 11, 2013
१ १जून २ ० १ ३
कुछ संभालो मतलब कुछ गिर जरूर रहा है ।
जख्म पर दिल संभलना चाह रहा है ।
अपनी फितरत ही उस कागज पर पड़ी हुई कलम जैसी है।
जिसे हमें छोड़ सब अपनी लिखना चाह रहे है ।
कागज से याद आया ,
आज बाहर बारिश का माहोल बन चूका है |
क्यों न कलम छोड़ कश्ती बनाकर ,
भाग चला जाऊ ।
कागज पर लिखे हुए उन चंद अल्फाज रोने से बहतर ,
कोरे कागज की कश्तिया बनाकर कुछ और जिन्दगी देख आउ ।
----------------------------------------------------------------------------------------अभिजित
----------------------------------------------------------------------------------------अभिजित
Jun 5, 2013
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