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Jun 12, 2013

वक़्त १ १ जून २ ० १ ३

कुछ और देर तक इंतजार करते है ,
वक़्त का तो हमेशा का आना जाना लगा रहेगा। 
और सच बताऊ तो ,
वैसे भी उसे गुजरना ही तो आता है । 
आने की आदत तो उसने हमारे लिए कभी रखी ही नहीं । 
जब भी आया कुछ लेने ही आया ,
कुछ छोडना तो उसे आता ही कहा है । 
अजीब सी  एक दुनिया छोड़ जाता है यादों की ,
बस 
जिन्हें हम सँभाले  रहते है । 
किसी न किसी पल के लिए ।
इसीलिए कह रहा हु थोड़ी देर और इंतजार कर लेते है 
आज वक़्त को गुजरते हए  देखते है ,
कभी महसूस ही होने दिया उसने ,
आखो में वक़्त थामने की ताकत होती है ।
 आज जी भर के दख लू तुम्हे 
तुम भी चाहो तो ......... 

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